वर्जीनिया वुल्फ़ ने केम्ब्रिज विश्वविद्यालय के दो महिला कॉलिजों में मूलत: 'स्त्रियाँ और कथा साहित्य' पर अक्टूबर 1928 में व्याख्यान दिए थे। वे व्याख्यान 'ए रूम ऑफ़ वन'स ओन' के नाम से प्रकाशित हुए और स्ट्रीवाद का एक क्लासिक पाठ बन गए. इस टाइमलेस किताब का यह बेहतरीन हिंदी अनुवाद गोपाल प्रधान ने किया है जो वर्जीनिया की भाषा के आवेग, विश्लेषण और लगाव को हिंदी में काफ़ी हद तक ले आते हैं.